जैसा कि विगत वर्ष 21 मई 2011 को प्रगतिशील ब्लॉग लेखक संघ की ओर से यह घोषणा की गयी थी कि इस वर्ष 17 फरवरी को प्रब्लेस अपना पहला वार्षिक महाधिवेशन मनायेगा जिसमें साहित्य और ब्लॉगिंग से संवंधित तीन शिखर सम्मान दिए जायेंगे। इस सम्मान हेतु वर्ष-2010 -2011 में प्रकाशित कृतियों को चयन का आधार बनाया गया था। मुझे ख़ुशी है कि इसके लिए कई अच्छे लेखकों की प्रविष्टियाँ प्राप्त हुई, साथ ही कई महत्वपूर्ण सुझाव भी प्राप्त हुए हैं जिसके आधार पर शिखर सम्मान हेतु तीन लेखकों का चयन इस प्रकार किया गया है :
1) "नागार्जुन जन्मशती कथा सम्मान" हेतु वर्ष-2011 में प्रकाशित दलित विमर्श पर आधारित उपन्यास "ताकि बचा रहे लोकतंत्र" के लेखक श्री रवीन्द्र प्रभात का चयन किया गया है।
2)"शमशेर जन्मशती काव्य सम्मान" हेतु वर्ष-2010 में प्रकाशित काव्य संग्रह "शब्दों का रिश्ता" की कवयित्री श्रीमती रश्मि प्रभा का चयन किया गया है ।
3)"प्रब्लेस चिट्ठाकारिता शिखर सम्मान" हेतु वर्ष-2011 में प्रकाशित पुस्तक "हिंदी ब्लॉगिंग:अभिव्यक्ति की नयी क्रान्ति" के संपादक द्वय श्री अविनाश वाचस्पति और श्री रवीन्द्र प्रभात का चयन संयुक्त रूप से किया गया है।
उपरोक्त सम्मान के अंतर्गत प्रत्येक सम्मान के लिए सृजनधर्मियों को 15000/- नगद,सम्मान पत्र,श्रीफल,स्मृति चिन्ह, अंग वस्त्र आदि किसी विशिष्ट व्यक्ति द्वारा प्रदान किये जायेंगे ।
उल्लेखनीय है कि उपरोक्त तीनों शिखर सम्मान हेतु काफी मात्रा में प्रविष्टियाँ प्राप्त हुई । कुछ लेखक अपनी प्रविष्टियों से चयन समिति का दिल जितने में सफल रहे हैं और प्रब्लेस ने उन्हें भी इस अवसर पर सम्मानित करने का फैसला किया है, जिनके नाम इस प्रकार है :
1) "नागार्जुन जन्मशती कथा सम्मान" हेतु वर्ष-2011 में प्रकाशित दलित विमर्श पर आधारित उपन्यास "ताकि बचा रहे लोकतंत्र" के लेखक श्री रवीन्द्र प्रभात का चयन किया गया है।
2)"शमशेर जन्मशती काव्य सम्मान" हेतु वर्ष-2010 में प्रकाशित काव्य संग्रह "शब्दों का रिश्ता" की कवयित्री श्रीमती रश्मि प्रभा का चयन किया गया है ।
3)"प्रब्लेस चिट्ठाकारिता शिखर सम्मान" हेतु वर्ष-2011 में प्रकाशित पुस्तक "हिंदी ब्लॉगिंग:अभिव्यक्ति की नयी क्रान्ति" के संपादक द्वय श्री अविनाश वाचस्पति और श्री रवीन्द्र प्रभात का चयन संयुक्त रूप से किया गया है।
उपरोक्त सम्मान के अंतर्गत प्रत्येक सम्मान के लिए सृजनधर्मियों को 15000/- नगद,सम्मान पत्र,श्रीफल,स्मृति चिन्ह, अंग वस्त्र आदि किसी विशिष्ट व्यक्ति द्वारा प्रदान किये जायेंगे ।
उल्लेखनीय है कि उपरोक्त तीनों शिखर सम्मान हेतु काफी मात्रा में प्रविष्टियाँ प्राप्त हुई । कुछ लेखक अपनी प्रविष्टियों से चयन समिति का दिल जितने में सफल रहे हैं और प्रब्लेस ने उन्हें भी इस अवसर पर सम्मानित करने का फैसला किया है, जिनके नाम इस प्रकार है :
1) "केदारनाथ जन्मशती साहित्य सम्मान" हेतु श्री अरविन्द श्रीवास्तव (मधेपुरा)
2) "गोपाल सिंह नेपाली जन्मशती काव्य सम्मान" हेतु श्री शहंशाह आलम (पटना)
3) "अज्ञेय जन्मशती पत्रकारिता सम्मान" हेतु डा. सुभाष राय (लखनऊ)
उपरोक्त सम्मान के अंतर्गत तीनों लेखकों को 5100/- नगद,सम्मान पत्र,श्रीफल,स्मृति चिन्ह, अंग वस्त्र आदि किसी विशिष्ट व्यक्ति द्वारा प्रदान किये जायेंगे ।
इसके अलावा इस अवसर पर दो विशेष सम्मान विगत वर्ष हम सबका साथ छोड़ गए कविवर जानकी बल्लभ शास्त्री और व्यंग्यकार श्री लाल शुक्ल की स्मृति में प्रदान किये जायेंगे :
1) "जानकी बल्लभ शास्त्री साहित्य सम्मान" हेतु उद्घोषणा बाद में की जायेगी।
2) "श्रीलाल शुक्ल व्यंग्य सम्मान" हेतु उद्घोषणा बाद में की जायेगी।
उपरोक्त सम्मान के अंतर्गत दोनों लेखकों को 2500/- नगद,सम्मान पत्र,श्रीफल,स्मृति चिन्ह,अंग वस्त्र आदि किसी विशिष्ट व्यक्ति द्वारा प्रदान किये जायेंगे ।
उत्तर प्रदेश में चुनाव का माहौल होने के कारण ये सम्मान चुनाव बाद मई के किसी कार्य दिवस में तहजीब की नगरी लखनऊ में प्रब्लेस के प्रथम वार्षिक महाधिवेशन में प्रदान किये जायेंगे ।
सभी लेखकों को बधाईयाँ और शुभकामनाएं !
उपरोक्त सम्मान के अंतर्गत तीनों लेखकों को 5100/- नगद,सम्मान पत्र,श्रीफल,स्मृति चिन्ह, अंग वस्त्र आदि किसी विशिष्ट व्यक्ति द्वारा प्रदान किये जायेंगे ।
इसके अलावा इस अवसर पर दो विशेष सम्मान विगत वर्ष हम सबका साथ छोड़ गए कविवर जानकी बल्लभ शास्त्री और व्यंग्यकार श्री लाल शुक्ल की स्मृति में प्रदान किये जायेंगे :
1) "जानकी बल्लभ शास्त्री साहित्य सम्मान" हेतु उद्घोषणा बाद में की जायेगी।
2) "श्रीलाल शुक्ल व्यंग्य सम्मान" हेतु उद्घोषणा बाद में की जायेगी।
उपरोक्त सम्मान के अंतर्गत दोनों लेखकों को 2500/- नगद,सम्मान पत्र,श्रीफल,स्मृति चिन्ह,अंग वस्त्र आदि किसी विशिष्ट व्यक्ति द्वारा प्रदान किये जायेंगे ।
उत्तर प्रदेश में चुनाव का माहौल होने के कारण ये सम्मान चुनाव बाद मई के किसी कार्य दिवस में तहजीब की नगरी लखनऊ में प्रब्लेस के प्रथम वार्षिक महाधिवेशन में प्रदान किये जायेंगे ।
सभी लेखकों को बधाईयाँ और शुभकामनाएं !
शुभेच्छु :
मनोज कुमार पाण्डेय
संयोजक : प्रब्लेस
39 टिप्पणियां:
ब्लॉगर्स को प्रब्लेस शिखर सम्मान मुबारक हो !
http://blogkikhabren.blogspot.com/2012/02/prize.html
nice
जी मनोज जी .... यह मेरा सौभाग्य है
सभी को बहुत बहुत बधाई
बधाईयां....
sabhi kombahut bahut badhai
rachana
RAVINDRA PRABHAT , RASHMI PRABHA ,
AVINASH VACHASPATI , ARVIND SHRIVASTA , SHAHANSHAH AALAM AUR
SUBHASH RAI KO HAARDIK BADHAAEE .
Sabhi vijetagano ko haardik badhayi.
वाह जी बधाइयॉं सभी को
वाह जी बधाइयॉं सभी को
सभी को बहुत बहुत बधाई
इस सम्मान के लिए आप सभी को बहुत-बहुत बधाई ... ।
सभी को बधाई व शुभकामनायें...
बहुत बहुत बधाई
सभी को बधाई व शुभकामनायें...
सभी को बधाई व शुभकामनायें...
सभी को बधाई व शुभकामनायें...
सभी को बहुत बहुत बधाई
सभी को बहुत बहुत बधाई
ढेरों बधाइयाँ एवं शुभकामनाएँ !
सम्मानित ब्लागर्स को हार्दिक बधाईयाँ....
सभी को बधाई और शुभकामनायें !
आप सभी को बधाइयाँ व शुभकामनाएँ.
ऐसे पुरस्कार ब्लॉग जगत की झोली में और आएँ...
सभी को बधाई और शुभकामनायें ! Rashmi di ke liye dil se shubhkamna :))
सभी को बहुत बहुत शुभकामनाएँ!!
आप सभी को बधाइयाँ व शुभकामनाएँ.
भाई रवीन्द्र प्रभात जी सहित सभी साहित्यकार मित्रों को शुभकामनाएं...!
डा. रमा द्विवेदी
सभी को बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएँ!!
वाह! बहुत बढ़िया....
सभी विजेताओं को यह एजाज़ बहुत-बहुत मुबारक हो!
जी सबको खूब सारी बधाईयां और ढेरों शुभकामनाएं जो हिन्दी ब्लॉगिंग के उन्नयन में रत हैं, बिना इस बात की चिंता किए कि कौन क्या कह रहा है, क्या साजिश रच रहा है, क्या आरोप लगा रहा है - नाम विकास का करते हुए विनाश की कायनात रच रहा है। वे अपनी अगलें, बगलें झांक लें और शक्लें, सूरतें आईने में निहार लें। उसमें से बुराईयों को तज कर फिर उसे निखार लें। पूरी ईमानदारी से हिंदी ब्लॉगिंग को प्यार दें।
सभी विजेताओं को ढेर सारी शुभकामनाएं!
सही कहा पवन भाई,
अपने समाज की पुरानी कहावत है कि हाथी चले बाज़ार कुत्ते भूके हजार .....जो सम्मान जैसे पाक लफ्ज के विरोध में बातें कर रहे हैं वे ब्लॉग जगत के नए-नए मुल्ले है. ये भी कहाबत मशहूर है कि नया मुल्ला प्याज ज्यादा खाता है !
मेरे हिसाब से ऐसे कठमुल्लों को ज्यादा तबज्जो न दिया जाए, जिनके मन में दूसरों के प्रति सम्मान का भाव ही न हो !
achhi shuruaat..............badhaaiii
उल्लेखनीय योगदान की सराहना होनी ही चाहिए।
सभी को बहुत बहुत बधाई
बधाईयां....
बहुत बहुत बधाई
सभी को बधाई व शुभकामनायें.
एक टिप्पणी भेजें