पुस्तकें तो बहुत पढ़ी होगी आपने, किन्तु कुछ पुस्तकें ऐसी होती है जो इतिहास के पन्नों पर अपनी अमिट छाप छोड़ जाती है . ऐसे ही दो पुस्तकों से हमें रूबरू करा रहे हैं मशहूर पत्रकार फज़ल इमाम मल्लिक और चर्चित ब्लॉगर डा. जाकिर अली रजनीश . सृजनगाथा में छपी इन दोनों पुस्तकों के बारे में बता रहे हैं अपने-अपने फन में माहिर दोनों शाख्शियतें
2 टिप्पणियां:
badhiya janakari di hai..
पढ़ते हैं।
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